पुराना संसद भवन इतिहास|
पुराना संसद भवन का निर्माणब्रिटिश गवर्नमेंट ने 1921 और 1927 के बीच किया गया|
संसद भवन के निर्माण के समय देश में अंग्रेजों की हुकूमत थी इसलिए इसका निर्माण अंग्रेजों |
द्वारा किया गया था वर्ष 1927 में बनकर तैयार हुआ |
भवन का वास्तुकार एडमिन लुटियंसऔर हरबर्ट बेकर द्वारा नियत किया गया था|
उसको बनाने के लिए सिक्स 6 का टाइम लगा था 83 लाख का खर्च हुआ था|
संसद भवन नई दिल्ली राष्ट्रपति भवन के पास संसद मार्ग पर स्थित है |
उसको 1927 में शाहीन विद्या परिषद के रूप में उद्घाटन किया गया |
भारत की बैटिंग शासन के अंत में इसे विधानसभा में अपना अधिकार|
में ले लिया और फिर 1950 में भारत का संविधान लागू होने के बाद भारतीय|
संसद में इसे अपने अधिकार में ले लिया उसके बाद सदन में लोकसभा और राज्यसभा है|
जो भारत के निचली और उच्च सदन में प्रतिनिधित्व करते हैंइ|
भारत के संविधान निर्माताओं ने इसी संसद में बैठकर के अपना संविधान को निर्माण किया था |
भारत का संविधान हम लोकसभा और राज्यसभा की व्यवस्था मुहैया कराता है|
यह संसद भवन में97 साल पुराना है केंद्र सरकार का यही कहना है कि मौजूदा|
टाइम में यह भवन में सांसदों की बैठने की पर्याप्त जगह नहीं है |
भारत में अपना नया सक्षम आर्किटेक्ट अमन पटेल द्वारा डिजाइन किया गया |
नया संसद भवन का निर्माण 2019 में शुरू किया 2023 में बनके तैयार हुआ |
तारीख 19 नव 2023 को पुराने संसद से नया संसद में कार्यवाही को शिफ्ट कर दिया गया है |